विभा को देख कर राजा जी ने मुस्कुराते हुए कहा, "बहुत ही प्यारी है । इस की कीमत बताइए ।"

औरत ने राजा जी को विभा की कीमत बताई और उसे देने के प्रवर्द्धन और राजा जी के साथ जयपुर आ गई । राजा जी के साथ साथ महल का हर शख्स उस की मधुर आवाज का दीवाना बन गया था । प्रवर्द्धन का जनून दिन ब दिन विभा के लिए बढ़ता जा रहा था । प्रवर्द्धन की दो सौतेली माँ थी और उन के 6 बेटे थे । प्रवर्द्धन की सगी मा उस को जन्म देते ही मर चुकी थी । जिस से रात बेहद प्यार करता था । उस के जान के बाद वो उस के बेटे पर प्यार लौटाता था ।

प्रवर्द्धन के लिए उस का लागाव उस की बाकी पत्नियों की आँखों में चुभता था । लेकिन उन के छोटे बेटों के दिल में नहीं । प्रवर्द्धन के दो छोटे भाई विभा के साथ अच्छा behave करते थे । पर प्रवर्द्धन विभा के आस पास भी किसी को नहीं भटकने देता था । 



जब भी वो विभा के साथ खेलने के लिए उस को महल के गार्डन में लाता । उस के छोटे भाई भी वहाँ आ जाते । 

“भाई सा हमे भी विभा के साथ खेलना है । खेलने दीजिए ना ।” प्रवर्धन के छोटे भाई जिद्द करके जब भी ऐसा बोलते तो प्रवर्द्धन उन को सख्ती से मना करते हुए बोलता, “वो सिर्फ मेरी है और मेरे साथ ही खेलेगी । इस लिए तुम सब जाओ यहाँ से ।” 

“वो अपने उतरे हुए चेहरे लेकर अपनी माँ और राजा की छोटी पत्नी के पास लौट जाते । जिसे देख कर रानी को विभा और प्रवर्द्धन को पर गुस्सा आता । 

“आज फिर से तुम ने हमारे बच्चों को विभा के साथ खेलने से मना किया । प्रवर्द्धन तुम्हे बहुत लगाव हैं ना विभा के साथ तो हम तुम्हे विभा से दूर कर देंगे ।” ,छोटी रानी गुस्से में मन ही मन बोली ।

 विभा के साथ प्रवर्द्धन  का लगाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा था । जिसे देख कर छोटी रानी ने राजा जी के कान भरे और उन्होंने प्रवर्द्धन  को पढ़ने के लिए विदेश भेज दिया । उस के दिमाग में यही विचार आया कि प्रवर्धन विभा को वहां जाकर उसे भूल जाएगा । विभा महल में मनोरंजन का साधन बना कर रह गई थी । अब उस के साथ छोटे राजकुमार के साथ साथ कोई भी बच्चा खेल सकता था ।

जैसे जैसे वो बड़ी हो रही थी । उस की खूबसूरती भी बढ़ती जा रही थी । लेकिन राजा ने उस को बस गीत संगीत और नाचने के लिए रखा था । उस के साथ वैश्या जैसा व्यवहार नहीं किया जाता था । 



15 साल बाद
जब प्रवर्धन लौट कर आया था । उस का लगाव राजा की सोच के विपरीत प्यार में बदल गया था । 

विभा की खूबसूरती ने उस के दिल को फिर से अपना बना लिया था । विभा भी प्रवर्धन के प्यार को दिल में दबा कर जी रही थी ।

रात का वक्त 

विभा प्रवर्धन के साथ उस के कमरे में लगे झूले पर बैठी हुई थी । वो प्रवर्धन के सीने से लगी हुई थीं ।

“15 साल का इंतजार किया है हम तुम्हारा । अब हम और इंतजार नहीं कर सकते । विभा हम तुम से शादी करना चाहते हैं ।” , प्रवर्धन ने विभा को सहलाते हुए कहा ।

विभा की भौहें सिकुड़ गई और चेहरा उतर गया ।

“नहीं कुंवर सा ऐसा नहीं हो सकता । आप भावी राजा हो और हम एक नृतिकी । हमारा काम आप का दिल बहलाना है ना कि आप की रानी बन कर राज करना ।” विभा ये की बात काटते हुए प्रवर्धन ने कहा, “हम यह सब को नहीं मानते । हम तुम्हें इस राज्य की ही नहीं बल्कि अपने दिल की भी रानी बनाना चाहते हैं । हम ने फैसला कर लिया है । हम बाबा सा से कल सुबह इस बारे में बात करेंगे ।”

“राजा सा इस विवाह के लिए नहीं मानेंगे । वो हमें महल में नहीं रहने देंगे ।” , विभा ने उस को समझाते हुए मायूसी से कहा ।

उस की बात काटते हुए प्रवर्धन ने कहा, “तो हम शादी तुम्हे यहां से दूर ले जायेंगे । अगर बाबा सा ने हम को मना किया तो हम मंदिर में शादी करेंगे और तुम्हे यहां से विदेश ले जायेंगे ।”

“सच में !” विभा ने सवाल किया तो प्रवर्धन ने जवाब में सिर हिलाया और उसे अपनी बाहों में कस लिया । 




अगली रात 

“विभा !! तुम्हे हमारा कहा चुप चाप मान लेना चाहिए । आखिर कब तक तुम कुंवारी रहोगी ।” , विभा के सामने कुछ आदमी खड़े हुए थे । जो उसे घेरे हुए थे और वह डर रही थी ।

“आप ऐसा नहीं कर सकते । राजा सा ने हम को वचन दिया था कि हम अपनी मर्जी से जिस के साथ रात बिताना चाहते हैं बीता सकते है ।” , विभा ने उन लोगों को देखते हुए कहा । 

उन में से एक ने अपने पास से जहर की छोटी सी बोतल निकाली और विभा को दिखाते हुए बोला “जब राजा खुद ही नहीं रहा । तो उस का वचन का क्या करेगा ।” 

“हे महादेव क्या आप ने राजा सा को मार डाला ।” विभा चौंकते हुए बोली ।

जिस पर वो लोग हंसने लगे । 

“हां राजा सा मर गए । उन के सांसें की डोर टूट गई । अब उन का वचन टूटेगा ।” ,ये बोलते हुए उन में से एक शख्स उस की तरफ बढ़ा । विभा अपने कमरे में अकेली थी । 

वो उस से पीछे हटने की कोशिश करते हुए बोली, “नहीं तुम सब ऐसा नहीं कर सकते । हम ऐसा नहीं होने देंगे । छोड़ो हमें । हमें जाने दो । हम प्रवर्धन कुंवर सा को सच बता देंगे ।”

“प्रवर्धन तुम्हारी बात पर विश्वास करेगा । बिल्कुल भी नहीं । वो अब तुम से नफरत करेगा । उस की नफरत अब तुम्हे जला देगी । उस से पहले थोड़ी गर्मी हमे भी दे दो ।” ,उन में से एक बोला । 

वो 7 लोग थे और उन सब ने विभा के साथ बर्बरता करनी शुरू कर दी । साउंड प्रूफ कमरे में 23 साल की मासूम विभा के साथ 7 लोगों ने पूरी रात और पूरा दिन बलात्कार किया । विभा को जंगली कुत्तों की तरह दो दिन तक नोचा जा रहा था । और प्रवर्धन इन सब से अंजान अपने पिता के अंतिम संस्कार में व्यस्त था ।




2 दिन बाद 

जब विभा ने खुद को संभाला तो वो अपने कमरे में अकेली थी । 

उस की हालत बहुत खराब थी । वो रोते हुए खुद से बोली, “हम किसी को नहीं छोड़ेंगे । हम कुंवर सा को सारा सच बता देंगे ।”

वो अपने आप को सम्भाल कर कपड़े पहन कर बाहर निकली तो उसे प्रवर्धन कुछ सिपाहियों के साथ कमरे के बाहर मिला । 

“कुंवर सा कुंवर सा हमें आप से कुछ कहना है ।” प्रवर्धन को देखते ही विभा ने कहा ।

प्रवर्धन ने गुस्से में कहा, “हमे कुछ नहीं सुनना तुम्हारे जैसी धोखेबाज की बात । सैनिकों गिरफ्तार कर लो इसे ।”

“ये आप क्या कह रहे हों कुंवर सा हम ने क्या किया । हमें क्यों गिरफ्तार कर रहे आप ।” , विभा ने उस को देखते हुए कहा । 

प्रवर्द्धन ने गुस्से में कहा, “ये हम तुम्हें बताए । तुमने हमारे बाब सा को मार डाला । तुम ने हम को धोखा दिया है ।”

“कुँवर सा हम आप से प्यार करते है । हम ने आप को धोखा नहीं दिया ।” ,विभा ने रोते हुए उस के पैरों में गिरते हुए कहा । 

कुँवर प्रवर्धन ने उस के बालों को पकड़ा और गुस्से में कहा, “झूठ झूठ कितना झूठ बोलोगी विभा हम तुम से प्रेम करते थे । एक नर्तकी से प्रेम करते थे और तुम ने हमे धोखा दिया ।”

उस ने विभा को खुद से दूर फेंका और अपने सैनिकों को ऑर्डर देते हुए बोला, “ले जाओ इसे जला दो इसे जिंदा जैसे हमारा दिल जल रहा है ऐसे ही इस का बदन जलना चाहिए । 

“हम ने आप को धोखा नहीं दिया । कुँवर सा धोखेबाज आप के अपने है । हमारे शरजंत्र हुआ है ।” विभा ने रोते हुए कहा । लेकिन सैनिक उसे खींचते हुए ले गए । 

प्रवर्द्धन घूटनों के बल बैठ कर रोने लगा । 

महल के परागण में विभा को जिंदा जलाया जा रहा था और पीड़ा प्रवर्द्धन को हो रही थी । 

विभा चीखते चिलाते हुए बोली, “धोखा हमारे साथ हुआ है । हम इस धोखे का बदला लेने वापस आएंगे । इस महल और इस परिवार को इस के किये की सजा देने हम वापस आएंगे । कुँवर प्रवर्द्धन इस बार हम आप का पयार नहीं नफरत बन कर आएंगे ।”

आग की लपटों ने विभा को घर लिया । 

क्या होगा अब विभा के साथ क्या लौट कर आएगी विभा?? जानने के लिए wait for next episode!